ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या
ये हसरतों की दुनिया
ये नफरतों का बादल
उधार की ये दौलत
ये कश्मकश के लम्हे
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या
ये नफरतों का बादल
उधार की ये दौलत
ये कश्मकश के लम्हे
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या
ये कागजों में उलझी
ये मौन में ही सिमटी
साये से बात करती
ये उलझे उलझे रिश्ते
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये मौन में ही सिमटी
साये से बात करती
ये उलझे उलझे रिश्ते
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये घूमता समय का पहिया
ये बेबसी का आलम
बेजान सी जवानी
ये बारिश का कहर होना
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये बेबसी का आलम
बेजान सी जवानी
ये बारिश का कहर होना
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये खिले-खिले से चेहरे
ये हंसी खुशी की बारिश
चुपचाप मुस्कुराना
ये तालीम की दुहाई
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये हंसी खुशी की बारिश
चुपचाप मुस्कुराना
ये तालीम की दुहाई
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये तेरा मेरा गाना
ये जहर का दोना
अंदेशों का शहर अपना
ये सुबकती सर्द रातें
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये जहर का दोना
अंदेशों का शहर अपना
ये सुबकती सर्द रातें
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये आंखों का लाल होना
ये करवटों का पहरा
गिनती में सबका जीना
ये कांच-सा दहलना
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये करवटों का पहरा
गिनती में सबका जीना
ये कांच-सा दहलना
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
ये बेपनाह चाहत
ये झुकी झुकी निगाहें
तेरे घर से झुक के जाना
ये आंगन का चांद होना
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
..........रचना © मनोज कुमार मिश्रा
ये झुकी झुकी निगाहें
तेरे घर से झुक के जाना
ये आंगन का चांद होना
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या।
..........रचना © मनोज कुमार मिश्रा
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